बेरूत (नेहा): इजरायली सेना ने शुक्रवार को दुस्साहस दिखाते हुए दक्षिणी लेबनान में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक बल के ठिकाने पर हमला कर दिया। इस हमले में दो इंडोनेशियाई जवान घायल हुए हैं। घायल जवान एक वाचटावर से निगरानी कर रहे थे। इस बल में भारत के भी 900 सैनिक तैनात हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस हमले पर नाराजगी जताते हुए निंदा की है। भारत ने कहा है कि इजरायल-लेबनान सीमा पर बिगड़ रही सुरक्षा स्थितियों से वह चिंतित है। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के ठिकानों का सम्मान और सुरक्षा बनी रहनी चाहिए।
रूस ने भी शांतिरक्षकों पर हमले पर नाराजगी जताई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन इजरायली सेना का शांतिरक्षकों के ठिकाने पर हमला हुआ। युद्धविराम की मांग करते हुए लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मीकाती ने कहा है कि उनके देश पर इजरायल के हमले बढ़ते जा रहे हैं। राजधानी बेरूत के मध्य भाग में गुरुवार देर रात हुए इजरायल के हवाई हमले में 22 नागरिकों की मौत हुई है और 139 घायल हुए हैं। बताया गया है कि इजरायल ने हिजबुल्ला के वरिष्ठ नेता वफीक साफा को निशाना बनाकर ये हमले किए थे लेकिन वह बचकर भागने में सफल रहा।
इजरायली सेना के एक अन्य हमले में हिजबुल्ला के एक जूनियर कमांडर के मारे जाने की सूचना है। जबकि हिजबुल्ला के राकेट हमले में उत्तरी इजरायल में थाईलैंड का एक नागरिक मारा गया है। इजरायली सेना ने बताया है कि लेबनान के राकेट हमले में दो इजरायली नागरिक भी घायल हुए हैं। इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्ला के बीच लड़ाई चलते हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। आठ अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्ला ने गाजा के सशस्त्र संगठन हमास के समर्थन में इजरायल पर हमले शुरू किए थे। इसके एक दिन पहले सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर 1,200 लोगों को मार डाला था, जवाब में इजरायल ने गाजा पर उसी दिन हमले शुरू कर दिए थे जो अभी तक जारी हैं।