लखनऊ (नेहा): जुआ खेलने के आरोप में पकड़े गए विकास नगर निवासी 25 वर्षीय दलित युवक अमन की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थतियों में हुई मौत के मामले में सिपाही शैलेंद्र को निलंबित कर उसके साथ चार पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी पर गैर इरादतन हत्या की धारा लगाई गई है। सभी पर एससी-एसटी एक्ट की भी धाराएं लगाई गई हैं। इस मामले ने राजनीतिक रूप से तूल पकड़ लिया है। बसपा अध्यक्ष मायावती द्वारा कार्रवाई की मांग के बाद रविवार को नगीना सांसद चंद्रशेखर, सपा सांसद आरके चौधरी, भाजपा विधायक डॉ. नीरज बोरा और बसपा के लोग पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी पीड़ित परिवार से मिलने सोमवार सुबह दस बजे जाएंगे। उधर, मृतक की पत्नी का आरोप है कि देवी जागरण की तैयारी करा रहे उनके पति को पुलिस ने जबरन पकड़ा और उसकी पिटाई भी की, जिससे मौत हुई है।
विकासनगर सेक्टर आठ अंबेडकर पार्क में शुक्रवार देर रात जुआ खेले जाने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। मौके से पुलिस ने 25 वर्षीय अमन और उसके साथी को पकड़ा था और थाने लेकर आई तभी अमन बेसुध हो गया था। पुलिस वाले उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। इसको लेकर शनिवार और रविवार खुर्रमनगर मार्ग पर जमकर बवाल हुआ और सड़क जाम कर दी गई।
इस बीच घटना से पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें अमन और उसके दोस्त सोनू को पुलिसकर्मी हाथ पकड़कर आराम से पैदल ही ले जाते दिख रहे हैं। पीछे-पीछे अमन का परिवार और उसकी पत्नी रोती हुई दिख रही हैं। अमन की मौत के मामले में दोषी चार पुलिसकर्मियों पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कार्रवाई की मांग की है। वहीं, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चंद्र शेखर आजाद ने कहा, वह पीडि़त परिवार के साथ खड़े हैं। सभी दलित संगठनों को आगे आना चाहिए। जिस तरह विवेक तिवारी हत्याकांड में मुआवजा और नौकरी दी गई, ठीक उसी तरह अमन के परिवार को सरकार सहायता दे। सीएम 50 लाख मुआवजा दें और सख्त कार्रवाई करें।