बिजनौर (जसप्रीत): युवक को थाने से छोड़ने की जानकारी चौकी इंचार्ज को नहीं देने पर मंगलवार को शहर कोतवाली में विवाद खड़ा हो गया। चौकी इंचार्ज और माल खाना हेड मोहर्रर में जमकर कहासुनी हो गई। विवाद इतना तूल पकड़ गया कि पुलिसकर्मियों को बीच-बचाव करना पड़ा। मामला एसपी के संज्ञान में आया। शहर कोतवाल की रिपोर्ट पर एसपी ने चौकी इंचार्ज और हेड मोहर्रर को लाइनहाजिर कर दिया है। सीओ सिटी को इस प्रकरण की जांच सौंपी है। 12 अक्टूबर की शाम को एक युवक ने शराब के नशे में मंडावर रोड पर एक बिजली के खंभे में टक्कर मार दी थी। पैदा चौकी इंचार्ज गोपाल युवक को पकड़कर थाने में बैठा गया। देर रात युवक को दफा-34 में थाने से जमानत दे दी गई। देर रात पैदा चौकी इंचार्ज गोपाल थाने पहुंचा। उसने माल खाने के हेड मोहर्रर सतेंद्र सिंह से युवक को छोड़ने की सूचना नहीं देने पर गुस्सा जाहिर किया।
हेड मोहर्रर ने कहा कि उच्च अधिकारियों के संज्ञान में होते हुए जमानत दी गई है। इस पर दारोगा का पारा चढ़ गया। दोनों में विवाद बढ़ गया। थाने के अंदर ही दोनों में जमकर तू-तू-मैं-मैं शुरू हो गई। दोनों गाली-गलौच करते हुए आमने-सामने आ गए। बीच थाने में दारोगा और हेड मोहर्रर के विवाद को बढ़ता देख अन्य पुलिसकर्मियों भी वहां पहुंच गए। किसी तरह उनका बीच बचाव किया। शहर कोतवाल उदय प्रताप ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। शहर कोतवाली ने इसकी रिपोर्ट पर एसपी दी। एसपी अभिषेक झा ने मंगलवार को पैदा चौकी इंचार्ज गोपाल कुमार और हेड मोहर्रर सतेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया है। इसकी जांच सीओ सिटी को सौंपी है। सीओ सिटी संग्राम सिंह ने बताया कि अनुशासनहीनता के चलते दोनों को लाइन हाजिर किया है।