नई दिल्ली (राघव): दिल्ली में इस साल नवंबर का महीना शुरू होते ही मौसम की स्थिति में असमान्य बदलाव देखने को मिल रहा है। आम तौर पर नवंबर के महीने में हल्की ठंड का अहसास होने लगता है, लेकिन इस बार दिल्ली में गर्मी और प्रदूषण का असर ज्यादा महसूस हो रहा है। अक्टूबर तो 73 सालों में सबसे गर्म महीना साबित हुआ, वहीं नवंबर भी काफी गर्म रहा। इस बीच, दिल्ली में प्रदूषण की समस्या भी गंभीर हो गई है, जिससे राजधानी की हवा जहरीली हो गई है और स्मॉग के कारण दृश्यता भी कम हो गई है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। 8 नवंबर, 2024 को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 383 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। राजधानी के कई इलाकों में AQI 400 से भी ऊपर चला गया है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इस उच्च AQI के कारण प्रदूषित हवा में लोगों को खासी परेशानी हो रही है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वास से जुड़ी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए यह स्थिति बहुत ही खतरनाक हो सकती है। दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण कई कारक हैं, जैसे वाहन धुंआ, निर्माण कार्य, जलती हुई पराली और मौसम की स्थितियां। खासकर, तापमान में कमी, हवाओं की गति धीमी होना, और धुंए के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगर इस बीच बारिश होती, तो यह प्रदूषण को थोड़ी राहत दिला सकती थी, लेकिन इस महीने बारिश होने की संभावना बेहद कम है।