एजेंसी (नेहा): पाकिस्तान की आबोहवा बिगड़ने से अब लोगों की जिंदगी पर भी असर पड़ने लगा है। वायु प्रदूषण बढ़ने से पंजाब प्रांत गैस चेंबर बन चुका है। यहां की 1 करोड़ 30 लाख की आबादी की सांसों पर संकट मंडरा रहा है। मुल्तान में एक्यूआई एक सप्ताह में दो बार 2000 का आंकड़ा पार कर चुका है। इस बीच यहां तीन महीने तक शहनाई नहीं बजेगी।
दरअसल, पाकिस्तान में वायु प्रदूषण बढ़ने के चलते सरकार इससे निपटने की हर संभव कोशिश कर रही है। इनमें शादियों पर तीन महीने का बैन लगाने से लेकर प्रांत के अधिकांश हिस्सों में परिवहन विभाग द्वारा नए दिशानिर्देश जारी करना शामिल है। प्रदूषण की मार झेल रहा लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में नंबर एक पर है। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अक्तूबर से अंत से अब तक प्रदूषण के कारण विभिन्न अस्पतालों में छाती का संक्रमण, आंख संबंधी परेशानी ह्रदय बीमारियां तेजी से बढ़ीं हैं।