नई दिल्ली (राघव): देश में इन दिनों बाल शोषण के मामले में लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले केरल से हैं, केरल में तेजी से बाल शोषण के मामले बढ़ रहे हैं। बाल अधिकार पैनल की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। केरल में बच्चों के साथ यौन शोषण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे वे स्कूलों और घरों में भी असुरक्षित हो गए हैं।
हाल ही में केरल राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की तरफ से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे 21 प्रतिशत मामले बच्चों के घरों में और चार प्रतिशत स्कूलों में दर्ज किए गए। इस वजह से राज्य के बाल अधिकार पैनल को माता-पिता, शिक्षकों और पुलिस अधिकारियों के बीच बाल दुर्व्यवहार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ”यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत 4,663 मामलों का विश्लेषण किया गया, 988 (21 प्रतिशत) घटनाएं बच्चों के घरों में, 725 (15 प्रतिशत) आरोपियों के घरों में और 935 (20 प्रतिशत) घटनाएं सार्वजनिक स्थानों पर हुईं हैं।” रिपोर्ट में बताया गया कि 173 मामलों में अपराध स्कूलों में 139 मामले गाड़ियों में, 146 घटनाओं विभिन्न स्थानों पर और 166 घटनाएं अलग-अलग इलाकों में हुईं हैं।