पटना (नेहा): राजनीतिक गलियारे में एक बार फिर यह चर्चा तेज है कि जगदानंद सिंह ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व से मुक्त किए जाने की इच्छा जताई है। सुप्रीमो लालू प्रसाद को उन्होंने त्यागपत्र की पेशकश की है। हालांकि, राजद द्वारा आधिकारिक रूप से इस संदर्भ मेंं कोई टीका-टिप्पणी नहीं की। पद के प्रति जगदानंद की अनिच्छा का कारण ढलती हुई उम्र और गिरता हुआ स्वास्थ्य बताया जा रहा। इसी कारण वे कुछ दिनों से कार्यालय भी नहीं आ रहे। हालांकि, अंदरखाने यह भी चर्चा है कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में अपने पुत्र की पराजय से वे खिन्न हैं।
उल्लेखनीय है कि तीन वर्ष पहले भी जगदानंद सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से त्यागपत्र दे दिया था। लालू ने जब मान-मनव्वल किया तो वे कार्यालय लौटे। विधानसभा के पिछले चुनाव में राजद के बेहतरीन प्रदर्शन मेंं जगदानंद का सांगठनिक योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा है। उनकी छवि ईमानदारी और कर्मठता नेता की रही है। राजद जैसे दल को भी उन्होंने अनुशासन में रखने का भरसक प्रयत्न किया है। वे बक्सर से सांसद व रामगढ़ से विधायक रहे हैं।