कोलकाता (राघव): बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ का असर अब तमिलनाडु और पुडुचेरी में दिखने लगा है। समुद्र की लहरें उठती नजर आ रही हैं। इन इलाकों में भारी बारिश शुरू हो गई है और मौसम विभाग ने शनिवार शाम तक इस तूफान के तटीय इलाकों से टकराने की संभावना जताई है। साइक्लोन फेंगल के लैंडफॉल के दौरान हवाओं की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे व्यापक नुकसान का खतरा है। लैंडफॉल के समय यह तूफान पुडुचेरी के पास तट से टकरा सकता है, जिसके बाद इसके प्रभाव से राज्य के कई क्षेत्रों में तेज बारिश और ठंडी हवाएं चल सकती हैं। राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन भी प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए तैयार हैं।
चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ के कारण चेन्नई बीच और वेलाचेरी के बीच चलने वाली उपनगरीय लोकल ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, ताकि यात्रियों को तूफान के प्रभाव से बचाया जा सके। इसके अलावा, खराब मौसम के कारण मद्रास यूनिवर्सिटी ने रविवार को होने वाली अपनी डिस्टेंस मोड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। अब ये परीक्षाएं 15 दिसंबर 2024 को आयोजित की जाएंगी। मौसम विभाग ने तमिलनाडु के आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिनमें चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची और मयिलादुथुराई शामिल हैं। इन क्षेत्रों में भारी से अति-भारी बारिश की संभावना है। चक्रवात के प्रभाव को लेकर तमिलनाडु सरकार ने इन जिलों के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है।
तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने उन क्षेत्रों में राहत केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें भारी बारिश का अनुमान है। 2,229 राहत केंद्र बनाए गए हैं, और तिरुवरुर तथा नागपट्टिनम जिलों से 164 परिवारों के 471 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। साथ ही, तमिलनाडु में तूफान के चलते उड़ानें रद्द कर दी हैं। इसलिए चेन्नई एयरपोर्ट आज शाम सात बजे से कल सुबह सात बजे तक बंद रहेगा।