नई दिल्ली: बीएसई सेंसेक्स, 30-शेयर वाला मानक सूचकांक, पिछले छह वर्षों में बजट दिवस पर निवेशकों को चार बार सकारात्मक प्रतिफल दे चुका है।
निवेश के नए आयाम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को प्रस्तुत किए गए 2024-25 के अंतरिम बजट, जो मोदी सरकार द्वारा आम चुनावों से पहले पेश किया गया अंतिम बजट भी था, पर सेंसेक्स लाल निशान में समाप्त हुआ।
बीते वर्ष के बजट दिवस, 1 फरवरी 2023 के बाद से, सूचकांक में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस उछाल ने निवेशकों की आशाओं को बल दिया है।
पिछले छह वर्षों का आंकड़ा उत्साहजनक है, जिसमें सेंसेक्स ने बजट दिवस पर चार बार निवेशकों को सकारात्मक प्रतिफल दिया है। यह संकेत देता है कि बजट प्रस्तावों ने अक्सर बाजार को उत्साहित किया है।
सेंसेक्स की इस प्रकार की चाल ने निवेशकों को अधिक जोखिम लेने और बाजार में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। यह एक स्पष्ट संकेत है कि निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है।
हालांकि, इस वर्ष के बजट प्रस्तुतिकरण के दिन सेंसेक्स का लाल निशान में समापन, निवेशकों के लिए एक संकेत हो सकता है कि बाजार की दिशा में अस्थायी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
इस बढ़ती हुई वृद्धि और उतार-चढ़ाव के बीच, निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे निवेश के अपने निर्णयों में सावधानी बरतें और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखें।
समग्र रूप से, सेंसेक्स का प्रदर्शन भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत को दर्शाता है और निवेशकों को आश्वस्त करता है कि उचित रणनीति के साथ, बाजार में सफलता प्राप्त की जा सकती है।