कर्नाटक के लिए इस वर्ष के बजट में कोई विशेष आवंटन न होने के कारण, कांग्रेस के विधायक और विधान परिषद सदस्य डीके शिवकुमार के नेतृत्व में 7 फरवरी को दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे। इस घोषणा ने राज्य के राजनीतिक और आर्थिक वातावरण में हलचल मचा दी है।
कर्नाटक की उपेक्षा
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि केंद्रीय बजट में कर्नाटक की उपेक्षा की गई है। इससे राज्य के विकास में बाधा आएगी। डीके शिवकुमार ने कहा कि वे इस मुद्दे को उठाने और राज्य के लिए उचित आवंटन की मांग करने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शन की योजना का विवरण देते हुए, शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक और विधान परिषद सदस्य एकजुट होकर केंद्र सरकार के समक्ष अपनी आवाज उठाएंगे। उन्होंने राज्य के लोगों से भी इस मुद्दे पर समर्थन की अपील की है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घोषणा पर विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं। जहां कांग्रेस के समर्थक इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, वहीं विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया है। हालांकि, इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य राज्य के हितों की रक्षा करना है।
डीके शिवकुमार ने आगे कहा कि उनकी पार्टी राज्य के विकास के लिए समर्पित है और वे किसी भी हालत में कर्नाटक के हितों की अनदेखी नहीं होने देंगे। इस प्रदर्शन के जरिए वे केंद्र सरकार को राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराना चाहते हैं।
इस प्रदर्शन के माध्यम से, कांग्रेस ने एक मजबूत संदेश दिया है कि वे राज्य के हितों और विकास को लेकर गंभीर हैं। इसके अलावा, इस पहल के जरिए वे राष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कर्नाटक को उसका उचित हक मिल सके।