यूएन रिपोर्ट ने किया खुलासा
यूनाइटेड नेशन्स द्वारा जारी एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मध्य-2023 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का एक नया आतंकी अड्डा स्थापित किया गया है। इस अड्डे पर 60 से अधिक व्यक्तियों को आत्मघाती हमलावरों के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।
आतंकी गतिविधियों में वृद्धि
इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल/दाएश), अल-कायदा, और उनसे जुड़े व्यक्तियों एवं संस्थाओं पर नज़र रखने वाली यूएन की 33वीं रिपोर्ट के अनुसार, टीटीपी अब और भी मजबूत हुआ है और उसने अपने हमलों में विस्तार और स्वायत्तता प्राप्त की है।
तालिबान का समर्थन
रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान टीटीपी के उद्देश्यों के प्रति सहानुभूति रखता है। न केवल हथियार और उपकरणों की आपूर्ति में, बल्कि तालिबान के सदस्य, अल-कायदा के मुख्य सदस्य और एक्यूआईएस (अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट) के लड़ाके भी टीटीपी बलों की सीमा पार हमलों में मदद करते हैं।
सुरक्षा चुनौतियाँ और प्रतिक्रियाएँ
इस नए विकास से पाकिस्तान और इसके पड़ोसी देशों के सामने सुरक्षा की नई चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की आवश्यकता अब पहले से कहीं अधिक महसूस की जा रही है।
आगे की दिशा
यह रिपोर्ट पाकिस्तान सरकार और वैश्विक समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद के खिलाफ अधिक कठोर कदम उठाने की जरूरत है। सुरक्षा उपायों को मजबूत करने और आतंकवादी नेटवर्कों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई की दिशा में काम करना होगा।