बेंगलुरु (राघव): कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हो रही है, लेकिन यह बैठक अपने आयोजन से पहले ही विवादों में घिर गई है। बैठक के लिए लगाए गए बैनरों और पोस्टरों में भारत का गलत नक्शा दिखाए जाने का आरोप भाजपा ने लगाया है। भाजपा का कहना है कि नक्शे में जम्मू कश्मीर के पाकिस्तान अधिकृत हिस्से (PoK) और अक्साई चिन को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया है। भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
कर्नाटक भाजपा ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस अधिवेशन के पोस्टर की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “कर्नाटक कांग्रेस ने भारत की संप्रभुता का अपमान किया है और बेलगावी के कार्यक्रम में भारत का गलत नक्शा दिखाया है। नक्शे में कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है। यह सब केवल वोटबैंक के तुष्टिकरण के लिए किया जा रहा है, जो बेहद शर्मनाक है।” भाजपा के सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने जानबूझकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और अक्साई चिन के हिस्से को भारत के नक्शे से गायब कर दिया है। यह साफ दिखाता है कि कांग्रेस उन ताकतों के साथ है जो भारत को छिन्न-भिन्न करना चाहती हैं।”
सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के पहले के घटनाक्रमों का भी उल्लेख किया, जिसमें कांग्रेस नेताओं ने भारत के नक्शे से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और अक्साई चिन को गायब किया था। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के दौरान एक ट्वीट किया था, जिसमें अक्साई चिन और PoK गायब थे। शशि थरूर ने भी 21 दिसंबर 2019 को भारत का गलत नक्शा सोशल मीडिया पर साझा किया था।” भाजपा ने यह सवाल उठाया कि “क्या यह गड़बड़ी सिर्फ संयोग है या फिर यह भारत विरोधी ताकतों की कोई साजिश है?” भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस, अन्य भारत विरोधी शक्तियों के साथ खड़ी रही है, जैसा कि सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान देखा गया था। भाजपा ने यह भी पूछा कि क्या कांग्रेस को विदेशी ताकतों से कुछ संदेश मिल रहा है, जो ऐसे मुद्दों को हवा देने का प्रयास कर रही हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक 26-27 दिसंबर को कर्नाटक के बेलगावी में हो रही है। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता, जैसे राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी, भाग लेंगे। इस वर्ष कांग्रेस पार्टी अपने स्थापना के 100 साल पूरे कर रही है, जो 1924 में हुई थी।