सूरत (राघव): गुजरात के सूरत से प्रयागराज जा रही ताप्तीगंगा एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 19045) पर महाराष्ट्र के जलगांव के पास पथराव हुआ। ट्रेन में ज्यादातर यात्री प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे थे। यह घटना रविवार दोपहर लगभग 3:20 बजे हुई, जब ट्रेन जलगांव स्टेशन से आगे बढ़ रही थी। अचानक किसी ने खिड़की पर पत्थर फेंक दिया, जिससे एसी कोच बी-6 की खिड़की का शीशा टूट गया।
पथराव के दौरान खिड़की का शीशा टूटने से कांच कोच के अंदर बिखर गया। हालांकि, इस घटना में किसी भी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं है। कोच में मौजूद यात्रियों ने टूटे हुए शीशे का वीडियो बनाकर रेलवे अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। ड्यूटी पर मौजूद डिप्टी सीटीआई सोहनलाल ने बताया कि ट्रेन आउटर सिग्नल पार कर रही थी, तभी 20-22 साल के एक युवक ने पत्थर फेंका। घटना के बाद भुसावल स्टेशन पर उप निरीक्षक एन.के. सिंह ने ट्रेन का निरीक्षण किया और डिप्टी सीटीआई का बयान दर्ज किया। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत घटना स्थल का निरीक्षण किया और अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जलगांव आरपीएफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले की जांच उप निरीक्षक मनोज सोनी को सौंपी गई है।
जलगांव और अन्य निरीक्षकों की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया, लेकिन पथराव करने वाले व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला। माना जा रहा है कि वह घटना के बाद वहां से फरार हो गया। इस घटना के बाद यात्रियों ने ट्रेन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता जताई है। ट्रेन में मौजूद अधिकांश यात्री प्रयागराज में महाकुंभ के लिए जा रहे थे। घटना के बाद यात्रियों ने टूटे शीशे और घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया। रेलवे ने कहा है कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। आरपीएफ ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही रेलवे सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाने की योजना बना रहा है। रेलवे ने यात्रियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करने की अपील की है। फिलहाल आरपीएफ और स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।