पटियाला (नेहा): संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) गैरराजनीतिक के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का संगरूर के खनौरी बॉर्डर पर सोमवार को आमरण अनशन 49वें दिन भी जारी रहा। डाक्टरों का कहना है कि उनकी सेहत हर दिन नाजुक हो रही है और कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। इसी बीच पातड़ां में एसकेएम के दोनों गुटों गैरराजनीतिक व राजनीतिक की संयुक्त बैठक हुई। इसमें शामिल नेताओं ने किसानी मांगों को लेकर मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ने पर सहमति जताई। बैठक में फैसला हुआ कि 18 जनवरी को सभी किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक कर केंद्र के खिलाफ संयुक्त रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ ही राज्यभर में किसानों के केंद्र की नई कृषि विपणन नीति के ड्राफ्ट की प्रतियां जलाकर लोहड़ी मनाई।
पातड़ां के गुरुद्वारा साहिब में संयुक्त बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठक हुई। केंद्र सरकार के खिलाफ सभी ने एकजुट होकर संघर्ष करने का फैसला लिया। केंद्र के खिलाफ व्यापक संघर्ष की रणनीति बनाने के लिए 18 जनवरी को पातड़ां में सभी किसान संगठनों की बैठक होगी। बैठक में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, जोगिंदर सिंह उगराहां, बलबीर सिंह राजेवाल, रमिंदर पटियाला व डॉ. दर्शनपाल सहित कई किसान नेता मौजूद थे। उधर, सोनीपत से किसानों का एक जत्था डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी पहुंचा। मंगलवार को कैथल जिले से किसान पहुंचेंगे। हरियाणा के किसानों ने कहा कि वह जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ हैं व उनके संदेश एवं संघर्ष की दास्तान को गांव-गांव में बैठक करके हर घर तक पहुंचाएंगे।
लोहड़ी के त्योहार के मद्देनजर खनौरी बॉर्डर पर दोनों फोर्मों की तरफ से नई खेती नीति ड्राफ्ट की कापियां जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जताया गया। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य से संबंधित मामले और अन्य याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 15 जनवरी को सुनवाई करेगा। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह की पीठ डल्लेवाल की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। शीर्ष अदालत पंजाब सरकार के अधिकारियों के विरुद्ध अवमानना कार्रवाई की मांग वाली याचिका पर भी सुनवाई करेगी, जिन्होंने पिछले वर्ष 20 दिसंबर को डल्लेवाल को अस्पताल ले जाने के उसके निर्देशों का पालन नहीं किया। गौरतलब है कि डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक हैं।