माले: हाल ही में मालदीव और भारत के बीच चल रहे कूटनीतिक विवाद के बीच, चीनी पर्यटकों ने इस द्वीप राष्ट्र का रुख करते हुए भारतीय पर्यटकों को पीछे छोड़ दिया है। मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, 4 फरवरी तक चीन से 23,972 पर्यटक आए हैं, जिससे इसकी बाजार हिस्सेदारी 2024 में 11.2 प्रतिशत तक पहुँच गई है।
पर्यटन बाजार में उलटफेर
पिछले वर्ष, जब भारत मालदीव में पर्यटन के सबसे बड़े बाजार के रूप में शीर्ष पर था, चीन तीसरे स्थान पर था। लेकिन 2024 में, चीन ने न केवल भारत को पछाड़ा बल्कि यहाँ पर्यटन के मामले में सबसे आगे निकल गया। इस बदलाव ने द्वीप राष्ट्र के पर्यटन बाजार में एक नई दिशा दिखाई है।
भारतीय पर्यटकों में गिरावट
इसी समय, भारत से आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। 2023 में पहले स्थान पर रहने वाला भारत, 2024 में पाँचवें स्थान पर खिसक गया है, जिसमें केवल 16,536 पर्यटक मालदीव आए हैं। इसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 7.7 प्रतिशत रह गई है।
नए पर्यटन ट्रेंड्स
यह बदलाव मालदीव में पर्यटन के नए ट्रेंड्स को दर्शाता है। चीनी पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने मालदीव के पर्यटन उद्योग में नई जान फूंकी है, जिससे यहाँ की अर्थव्यवस्था को भी बल मिला है।
भविष्य की दिशा
मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़े इस बात का संकेत देते हैं कि पर्यटन उद्योग में आने वाले समय में और भी बदलाव हो सकते हैं। यह मालदीव के लिए नई संभावनाओं और चुनौतियों का द्वार खोलता है।
निष्कर्ष
मालदीव में पर्यटन के बाजार में आया यह बदलाव द्वीप राष्ट्र के लिए नए अवसर प्रदान करता है। चीनी पर्यटकों की बढ़ती संख्या और भारतीय पर्यटकों में आई कमी, मालदीव के पर्यटन उद्योग के लिए नए ट्रेंड्स और चुनौतियों को सामने लाती है।