प्रयागराज (नेहा): मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान सीएम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और घायलों से भी मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने सतुआ बाबा आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ को लेकर राजनीति करने वालों को आड़े हाथों ले लिया। सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग भ्रमित करके सनातन धर्म के मुद्दे पर षड्यंत्र करने से बाज नहीं आते हैं। श्रीराम जन्मभूमि से लेकर आज तक उनका व्यवहार और चरित्र जग जाहिर है। ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा। महाकुंभ क्षेत्र में उतरने से पहले मुख्यमंत्री ने पूरे क्षेत्र का हवाई सर्वे कर निरीक्षण किया और फिर संगम क्षेत्र में भगदड़ स्थल पर पहुंचे। वहां उन्होंने अधिकारियों से सीधा सवाल किया- ”कैसे नहीं संभली भीड़? घटना के बाद तत्काल क्या कदम उठाए गए?”
इस मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सीएम योगी को बताया कि घटना के वक्त क्या हुआ था और किस तरह से तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री ने तीसरे व अंतिम अमृत स्नान पर्व वसंत पंचमी को लेकर यहां की जा रही व्यवस्था को भी देखा और कहा कि इस स्नान पर्व पर किसी भी स्तर पर चूक नहीं होनी चाहिए। घटनास्थल का निरीक्षण कर लौटते वक्त मुख्यमंत्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं से भी संवाद किया। इसके बाद मुख्यमंत्री भगदड़ में घायल हुए लोगों से मिलने स्वरूपरानी अस्पताल भी गए और उन्हें धीरज बंधाया। अधिकारियों को निर्देश दिया कि ठीक होने के बाद इनके घर जाने की पूरी व्यवस्था की जाए।
इसके साथ ही चिकित्सकों को उनका बेहतर तरीके से उपचार करने का निर्देश दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिया कि वसंत पंचमी स्नान के लिए ऐसा भीड़ प्रबंधन करें कि लोगों को कम से कम चलना पड़े। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भीड़ कहीं एक-दूसरे को क्रॉस न करने पाए। बसंत पंचमी के माैके पर घाटों पर ऐसे इंतजाम किए जाएं कि भीड़ का प्रवाह अनवरत रहे लेकिन इकट्ठा न होने पाए। वह महामंडलेश्वर संतोषदास सतुआ बाबा और स्वामी रामकमलाचार्य के पट्टाभिषेक समारोह में भी शामिल हुए।