दमोह (राघव): मध्य प्रदेश के दमोह जिले के प्रसिद्ध जागेश्वरनाथ धाम में बसंत पंचमी के अवसर पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। यह घटना उस वक्त हुई जब लाखों श्रद्धालु नर्मदा जल से अभिषेक करने के लिए मंदिर पहुंचे थे। इस दौरान मंदिर के एक गेट पर अधिक भीड़ होने के कारण दबाव पड़ा और अचानक भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। भगदड़ में चार महिला श्रद्धालु और एक बच्ची घायल हो गईं। घायलों में तीन महिलाएं और एक बच्ची की हालत सामान्य बताई जा रही है, लेकिन एक बुजुर्ग महिला की स्थिति गंभीर थी, क्योंकि उसे पहले से ही बीपी और शुगर की समस्या थी। हालांकि, इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर हो गई है। सभी घायलों को तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
घटना के बाद घायल महिलाओं ने बताया कि वे जलाभिषेक के लिए आए थे, लेकिन अचानक भीड़ बढ़ने के कारण वे गिर गईं और घायल हो गईं। महिलाओं ने कहा कि धक्का-मुक्की के चलते वे नियंत्रण नहीं रख पाईं और गिर गईं। इस तरह की घटनाएं अक्सर बड़ी धार्मिक आयोजनों में होती हैं, जब सुरक्षा के इंतजाम न हों या भीड़ पर नियंत्रण न रखा जाए।
घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रित किया। दमोह एसपी श्रुतकीर्ती सोमवंशी मौके पर पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया। एसपी ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह से सामान्य है और श्रद्धालु पहले की तरह मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं। इसके बाद प्रशासन ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अधिक सतर्कता बरतने की योजना बनाई है। एसपी ने बताया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। प्रशासन की योजना है कि आगामी दिनों में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएं, ताकि भीड़ को सही तरीके से नियंत्रित किया जा सके। बांदकपुर स्थित जागेश्वरनाथ धाम में अब प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तगड़ी व्यवस्था की जाएगी। सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाई जाएगी और मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उचित मार्गदर्शन और सुरक्षा उपायों की योजना बनाई जा रही है।