चित्रकूट (नेहा): जिला जेल में शुक्रवार को एक कैदी ने बैरक के दरवाजे पर गमछे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। वह 17 जनवरी से जेल में बंद था। तब से उससे कोई मिलने के लिए नहीं पहुंचा था। जिससे वह तनाव में था। बता दें कि नाबालिग के अपहरण के मामले में उसको पांच साल की सजा हुई थी। थाना मानिकपुर के केकरामार मजरा चूरहे केसरुआ निवासी 30 वर्षीय अरविंद कुमार ने एक नाबालिग का अपहरण कर शादी के लिए विवश किया था।
इस मामले में न्यायालय ने 20 जनवरी को पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। इसी मामले में वह जेल में बंद था। जेल अधीक्षक शशांक पांडेय ने बताया कि अरविंद 17 जनवरी को जेल आया था। उसके बाद से उससे मिलने के लिए आज तक कोई नहीं आया था। उसने जेल पीसीओ में एक नंबर भी दिया था। उस नंबर में बात करने के लिए एक फरवरी को दो बार कॉल की थी, लेकिन बात नहीं हुई थी। कभी-कभी बहुत गुमसुम रहता था।