पटना (नेहा): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 2005 में सरकार में आने बाद बिना भेदभाव के हम समाज के सभी वर्ग एवं धर्म के विकास के लिए काम कर रहे हैं। यह आगे भी जारी रहेगा। वे बुधवार को बापू सभागार में संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर आयोजित विकास मित्रों के क्षमतावर्द्धन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग विभाग की ओर से किया गया था। मुख्यमंत्री ने संत शिरोमणि रविदास एवं भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। समारोह को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम एवं विभागीय सचिव सेहरा ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास ने जातिवाद, भेदभाव और छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई। समानता और भाईचारा का संदेश दिया। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के कार्यों को भी याद रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वंचित वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई विशेष योजनाएं चलाई गईं। महादलित वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए वर्ष 2009 में बिहार महादलित विकास मिशन की स्थापना की गई। इससे महावंचित वर्ग के लोगों को काफी लाभ हो रहा है। वर्ष 2023 में विकास मित्रों के मानदेय को 13 हजार 700 से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया। प्रति वर्ष उसमें पांच प्रतिशत की वृद्धि की जा रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि 2018 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवक एवं युवतियों के रोजगार के लिए ‘उद्यमी योजना’ की शुरुआत की गई। इसके तहत उद्योग लगाने के लिए 10 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है। इसमें पांच लाख अनुदान एवं पांच लाख रुपया ब्याज मुक्त ऋण है। इस वर्ग के युवक एवं युवतियों को सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का लाभ मिल रहा है। युवकों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की गई है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास की स्थापना की गई है। इस वर्ग के उत्थान के लिए और जो भी आवश्यकताएं होंगी उसे पूरा किया जाएगा।