नई दिल्ली (नेहा): दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के सामने अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना बड़ी चुनौती है। दिल्ली में आप के 22 विधायक जीते हैं, उन्हें भी पार्टी से जोड़े रखना आप के लिए चुनौती से कम नहीं है। सत्ता से बेदखल होते ही आप ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में आप ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा के भीतर चल रही अंदरूनी खींचतान के कारण दिल्ली के लिए मुख्यमंत्री की नियुक्ति में देरी हो रही है और इससे राष्ट्रीय राजधानी का शासन प्रभावित हो रहा है। उधर, भाजपा ने आप पर करारा हमला बोलते हुए कहा है कि प्रियंका कक्कड़ भाजपा एवं सरकार के गठन की चिंता छोड़ें और पहले यह बताएं कि केजरीवाल एवं सिसोदिया क्यों हारे और अमानतुल्लाह खान फरार कहां हैं।