पुंछ (नेहा): राजौरी और पुंछ जिले में एलओसी पर उपजे तनाव के बीच शुक्रवार को भारत और पाकिस्तान की सेना के बीच फ्लैग मीटिंग हुई। ब्रिगेड कमांडर स्तर की इस बैठक में भारत ने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी कि अगर उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने और हथियारों की तस्करी जैसे षड्यंत्र बंद नहीं किए तो उसे इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। भारतीय सैन्य अधिकारियों ने सीमा पार से गोलीबारी, नशीले पदार्थों व हथियारों की तस्करी पर कड़ा विरोध जताया। दोनों देशों के बीच एलओसी पर पिछले चार वर्षों में इस तरह की यह पहली बैठक है।
आखिरी बार 25 फरवरी, 2021 को बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान संघर्ष विराम समझौते पर पूर्ण रूप से अमल करने पर सहमत हुआ था। इसके बाद से सीमा पर शांति थी। पाकिस्तान पिछले करीब 15 दिनों से लगातार शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है, जिससे सीमा पर तनाव है। फरवरी में ही अब तक पाकिस्तान ने नौ बार नापाक हरकतें की हैं। सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई बैठक 75 मिनट चली। इसमें भारतीय सेना की 93 इन्फेंट्री ब्रिगेड और पाकिस्तान की तरफ से दो-पाकिस्तान ब्रिगेड के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।