वाशिंगटन (नेहा): अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक बुलाई। इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैक्सिको और कनाडा से आयात पर नए कड़े टैरिफ दो अप्रैल से लागू होंगे, जो कि टैरिफ लागू होने की पूर्व निर्धारित समय सीमा से लगभग एक महीने बाद है। इस महीने की शुरुआत में ट्रंप प्रशासन ने मैक्सिको से आने वाले सामान और कनाडा से आने वाले गैर-ऊर्जा सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की प्रभावी तिथि चार मार्च तय की थी। हालांकि, व्हाइट हाउस ने ट्रंप की टिप्पणियों पर विस्तार से जानकारी दी है। बैठक दौरान ट्रंप ने कहा कि गाजा युद्धविराम को आगे बढ़ाने का निर्णय इजरायल को करना है। इसके साथ ही ट्रंप ने इस सवाल पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया कि क्या अमेरिका कभी चीन को बलपूर्वक ताइवान पर नियंत्रण करने की अनुमति देगा। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि मैं इस पर कभी टिप्पणी नहीं कर सकता। मैं खुद को कभी भी उस स्थिति में नहीं रखना चाहता हूं। ट्रंप ने यह बात कैबिनेट बैठक के दौरान एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कही, जिसमें पूछा गया था कि क्या यह उनकी नीति है कि उनके राष्ट्रपति रहते हुए चीन कभी भी ताइवान पर बलपूर्वक कब्जा नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि चीन से आने वाले सामानों पर टैरिफ लगाने के बावजूद वह सीमा पार निवेश सहित चीन के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं। इससे पहले ट्रंप ने मंगलवार को सरकार को तांबे पर संभावित टैरिफ पर विचार करने का निर्देश दिया। तांबे के आयात का अध्ययन करने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने से पहले ट्रंप ने कहा कि इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा। अरबपति एलन मस्क कैबिनेट के सदस्य नहीं होने के बाद भी बैठक में मौजूद रहे। इस दौरान ट्रंप ने कि हम बहुत सारी समस्याओं का समाधान करेंगे। ट्रंप ने बैठक में मस्क को सबसे पहले बोलने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि लागत में कटौती के उनके काम में सभी की बहुत रुचि है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई अमेरिकी हैं जो मस्क द्वारा की जा रही सामूहिक बर्खास्तगी और सरकारी कटौतियों की ”बहुत प्रशंसा” करते हैं। मस्क ने स्वयं को सरकार के लिए साधारण तकनीकी सहायता के रूप में वर्णित किया और कहा कि यह विडंबनापूर्ण है, लेकिन यह सच है। बैठक के कुछ मिनट बाद कैबिनेट सदस्यों से पूछा गया कि क्या वे मस्क से खुश हैं। मस्क ने सवाल का जवाब देना शुरू किया। लेकिन ट्रंप ने बीच में ही टोकते हुए कहा कि शायद वे कैबिनेट सदस्यों को जवाब देना चाहेंगे, लेकिन मस्क में उन्होंने कहा कि अगर कोई असहमत होता है, तो वे उन्हें बाहर निकाल सकते हैं।