प्रयागराज (नेहा): माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित ध्वस्त कार्यालय में शनिवार दोपहर आग लग गई। इससे आसपास रहने वाले लोगों में खलबली मच गई। मौके पर पहुंचे फायरकर्मियों ने करीब 45 मिनट बाद आग पर काबू पाया। आग से दो कमरों में रखे पुराने कपड़े, टूटे फर्नीचर राख हुए हैं। आग किन कारणों से लगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई है कि नशेड़ी प्रवृत्ति के लोग जलती सिगरेट या बीड़ी फेंक दिया, जिससे आग लगी। माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय के अधिकांश हिस्से को कई वर्ष पहले ध्वस्त कराया गया था। माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पिछले वर्ष पुलिस को इसी ध्वस्त कार्यालय से 75 लाख रुपये नकद व दस असलहे मिले थे। इसके बाद पुलिस ने बुल्डोजर से उस हिस्से को भी ध्वस्त करा दिया था।
हालांकि ऊपर के दो कमरे पूरी तरह से ध्वस्त नहीं हुए थे। इन्हीं दोनों कमरे में शनिवार दोपहर करीब 3:15 बजे आसपास के लोगों ने आग लगी देखी तो हतप्रभ रह गए। एसीपी कोतवाली मनोज सिंह, खुल्दाबाद इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी डा. आरके पांडेय फायरकर्मियों के साथ पहुंचे। तीन फायर टेंडर की मदद से अग्निशमनकर्मियों ने करीब 45 मिनट में आग पर काबू पा लिया। इसके बाद पुलिस अधिकारी कमरे में पहुंचे तो वहां पुराने कपड़े व टूटे फर्नीचर जले हुए थे। खिड़की व दरवाजे भी आग की चपेट में आ गए थे। एसीपी मनोज सिंह का कहना है कि ध्वस्त कार्यालय के कमरे में पुराने कपड़े व कुछ टूटे फर्नीचर रखे थे। आशंका है कि नशेड़ी प्रवृत्ति के लोग यहां चोरी-छिपे आए और जलती सिगरेट या बीड़ी फेंक दिया, जिससे घटना हुई है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है कि कौन यहां आया था। खुल्दाबाद पुलिस को भी जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।