पटना (राघव): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के निर्माणाधीन टर्मिनल का निरीक्षण किया। इस दौरान कैफेटेरिया, आधुनिक लांज, पार्किंग, चेक इन काउंटर समेत टर्मिनल के विभिन्न भागों का मुख्यमंत्री ने जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जून माह तक सारे कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। यहां 11 एयरो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग निर्माण कार्य का लगातार निरीक्षण करते रहे हैं। बचे हुए कार्यों को तेजी से पूर्ण करें ताकि यहां यात्रियों को और सुविधा मिल सके। यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए इस एयरपोर्ट का विस्तारीकण किया जा रहा है, जिसमें यात्रियों को आधुनिक सुविधायें मिल सकेगी। इस एयरपोर्ट से अधिक से अधिक उड़ानें संचालित होने से बड़ी संख्या में यात्री हवाई यातायात का लाभ उठा सकेंगे। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बिहटा में बनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आधुनिक सुविधाओं से लैश होगी। हवाई यातायात को बेहतर बनाने के लिए यहां आधुनिकतम व्यवस्थायें की जाएगी। यहां 10 ऐयरो स्टेशन होंगे। मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन खगौल बिहटा ऐलिवेटेड सड़क का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण हो ताकि लोगों को हवाई यात्रा में और सहूलियत हो। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना और बिहटा एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट की शुरूआत होगी, जिसका लाभ बिहार के लोगों को मिलेगा। विभिन्न जगहों के लोगों को कहीं भी विमान से आने-जाने में सहूलियत होगी। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से बिहटा एयरपोर्ट तक कम से कम समय में पहुंचने के लिए खगौल बिहटा ऐलिवेटेड सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से और कनेक्टिविटी बढ़ेगी तथा पटना एयरपोर्ट पर पड़ने वाला भार भी कम होगा। साथ ही रोजगार और कारोबार के अवसर भी बढ़ेंगे। ज्ञातव्य है कि बिहार कैबिनेट ने हवाई संपर्क और क्षेत्रीय विकास को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी है। रक्सौल ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट के लिए 139 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसकी लागत 207 करोड़ रूपए होगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा प्री-फिजिबिलिटी स्टडी और ऑब्स्टेकल लिमिटेशन सरफेस (OLS) सर्वे पूरा कर लिया गया है। दरभंगा एयरपोर्ट का अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार रनवे विस्तार किया जाएगा ताकि बड़े विमान भी यहां उतर सकें। इसके लिए 90 एकड़ अतिरिक्त भूमि 245 करोड़ की लागत से अधिग्रहित की जाएगी। बिरपुर एयरपोर्ट (सुपौल) का उड़ान योजना के अंतर्गत विकास हेतु 88.83 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को 42.37 करोड़ की लागत से कैबिनेट ने मंजूरी दी है। अब तक भूमि अधिग्रहण के लिये 495 करोड़ रूपये आवंटित की जा चुकी है।