कनाडा के टोरंटो इलाके में, भारतीय मूल के व्यापारियों को फिरौती की धमकियाँ मिलने का सिलसिला पिछले कुछ महीनों से जारी है। यह धमकियाँ पत्रों और फोन कॉल्स के माध्यम से दी जा रही थीं, जिससे स्थानीय पुलिस विभाग के पास शिकायतों का ढेर लग गया। दिसंबर 2023 से, ऐसे मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे पुलिस को गंभीर कदम उठाने पड़े।
सतपाल सिंह जौहल की गिरफ्तारी
पील पुलिस ने इस मामले में विशेष जांच दल का गठन किया। जांच के बाद, 24 जनवरी को ब्रैम्पटन में एक घर पर छापेमारी की गई, जहाँ पाँच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। इनमें दो महिलाएँ भी शामिल थीं, जिनकी पहचान हशमीत कौर और अमनजोत कौर के रूप में हुई। इन संदिग्धों से हथियार और बड़ी संख्या में मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पुलिस मुख्य निशान दुराईयापा ने मीडिया को बताया कि हिंसक अपराधों को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने धमकी प्राप्त करने वाले व्यापारियों से आगे आकर पुलिस से संपर्क करने की अपील की। इससे पुलिस को सभी मामलों की गहन जांच करने में मदद मिलेगी।
इस पूरे ऑपरेशन का मकसद न केवल संदिग्धों को गिरफ्तार करना था बल्कि समुदाय में एक स्पष्ट संदेश भेजना था कि पुलिस हिंसा और धमकियों के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्यवाही कर रही है। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
यह मामला कनाडा में भारतीय मूल के नागरिकों के सामने आने वाली चुनौतियों को भी उजागर करता है। पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराधियों को सजा दिलाने के लिए थी बल्कि इससे यह भी संदेश गया कि समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है।