नई दिल्ली (राघव): दिल्ली नगर निगम की बैठक में सोमवार को पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। बैठक शुरू होने के कुछ ही समय बाद पार्षदों ने मेयर के सामने शोर मचाना शुरू कर दिया। दिल्ली के वार्ड सदस्यों ने मेयर का माइक तक तोड़ डाला। एमसीडी हाउस में हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बैठक के दौरान 3 मुख्य एजेंडों पर चर्चा की गई। इनमें 4 गोशालाओं में रखे गए मवेशियों के चारे के लिए बकाया भुगतान को मंजूरी देना, बागवानी विभाग में अतिरिक्त कर्मचारियों की भर्ती करना और दक्षिणी दिल्ली में सड़क विकास परियोजनाओं में तेजी लाना शामिल रहे।
सूत्रों के अनुसार सोमवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) ने दक्षिणी दिल्ली के आया नगर इलाके में सड़कों और नालियों के विकास के एजेंडे को पेश करने की योजना बनाई थी। मुख्य एजेंडों में शामिल योजनाओं के लिए फंड जारी करने पर चर्चा होनी थी। इसी दौरान एमसीडी में हंगामे की स्थिति बन गई। एक वीडियो में पार्षदों को मेयर से माइक छीनते भी देखा जा सकता है। इसके अलावा निगम में अर्ध-कुशल और कुशल श्रमिकों को बागवानी विभाग में भर्ती करने पर चर्चा हुई। सार्वजनिक पार्कों का बेहतर रखरखाव हो, इसके लिए विभाग को और मैनपावर की जरूरत है। वहीं, पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्ट्रीट लाइटिंग को बेहतर करने और विभिन्न क्षेत्रों के लिए डिप्टी कमिश्नरों की नियुक्ति करने पर भी चर्चा हुई। नगर निगम में सहायक इंजीनियरों (सिविल) को लेवल-7 के पदों पर पदोन्नत करने का मुद्दा भी इस दौरान उठा। वहीं, कस्तूरबा अस्पताल में सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार पर भी विचार किया गया।
इस वजह से बिगड़ी बात
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आप और भाजपा के पार्षद एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और मेजों के ऊपर चढ़ गए। भाजपा सदस्यों ने कहा कि आप के पास बहुमत नहीं है, इसलिए वोटिंग करवाई जाए। पार्षदों ने एजेंडा पेपर भी फाड़ दिए। आप के पार्षदों ने भाजपा पर संविधान की ‘हत्या’ करने के आरोप लगाए। सदस्यों को फटे हुए दस्तावेज लहराते देखा जा सकता है। इससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।