नागपुर (नेहा): महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार रात चिटनिस पार्क के सीए रोड पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में इस घटना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। बता दें कि विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए महिलाओं को ड्यूटी पर लगाया गया था। एक महिला पुलिस कर्मचारी ड्यूटी पर थी। ऐसे में अंधेरे का फायदा उठाकर भीड़ ने महिला पुलिस कर्मचारी से छेड़छाड़ करने की कोशिश की। इस दौरान कुछ बदमाशों ने पीड़िता महिला पुलिस कर्मचारी की वर्दी खींचने की कोशिश की। वहीं, शरीर को छूने की भी कोशिश की। सीनियर अफसर से महिला कर्मचारियों ने शिकायत की। बता दें कि महाराष्ट्र से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग करते हुए सोमवार को विहिप एवं बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों के राज्यव्यापी प्रदर्शन की प्रतिक्रिया में नागपुर में हुई हिंसक घटनाएं घटी थी। इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई है और करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी के अनुसार, गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के विहिप प्रभारी सचिव गो¨वद शेंडे व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। विहिप विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि एक दिन पहले नागपुर में हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी। विहिप के धर्म प्रसार प्रमुख (विदर्भ प्रांत) राजकुमार शर्मा ने दावा किया कि चिटनिस पार्क के सामने स्थित एक मस्जिद से अपील की गई थी, जिस कारण सोमवार को भीड़ एकत्र हो गई।