वृंदावन (नेहा): ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए रविवार सुबह से ही भक्तों की भीड़ का दबाव बनने लगा तो हालात बिगड़ते नजर आए। दिन चढ़ने के साथ ही भीड़ का दबाव मंदिर के आने वाले दोनों रास्तों पर बन गया। बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोका जाना भारी पड़ रहा है। हालात ये कि मंदिर आने वाले रास्तों विद्यापीठ और जुगलघाट से मंदिर के चबूतरे तक भीड़ का दबाव बना हुआ है। भीड़ के दबाव और तेज धूप के कारण पसीने से लथपथ श्रद्धालुओं की हालत बिगड़ रही है। महिलाओं, बच्चों की हालत भीड़ के दबाव में खराब हो रही है। भीड़ के दबाव से बाहर निकलने को बच्चे और महिलाओं की चीख सुनाई दे रही है। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आ रही है। बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है तो दबाव लगातार बढ़ने से श्रद्धालुओं की हालत बिगड़ रही है।
तीन दिन की सार्वजनिक छुट्टी पड़ने के कारण शनिवार से ही फूलबंगला में विराजित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ में वृद्धि होने लगी थी। रविवार की सुबह तो हालात बिगड़ते नजर आए। मंदिर खुलने के साथ ही हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पहले से जमा थी, मंदिर में प्रवेश कर गई। दिव्य फूलबंगला में विराजित ठाकुर बांकेबिहारीजी के दर्शन के साथ माला प्रसाद अर्पित करने को श्रद्धालुओं का मंदिर में ठहराव हो गया। ऐसे में मंदिर के बाहर लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने के कारण भीड़ का दबाव बनने लगा और बैरियरों पर श्रद्धालुओं की हालत खराब होने लगी। मंदिर आने वाले दोनों रास्तों पर भक्तों की भीड़ का दबाव ही नजर आ रहा है। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में गीष्मकालीन दर्शन का समय सुबह पौने आठ बजे से दोपहर 12 बजे और शाम को साढ़े पांच बजे से रात नौ बजे तक का है।