भुवनेश्वर (नेहा): ओडिशा दौरे पर आए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार की शाम को एम्स भुवनेश्वर का दौरा किया और इसकी सराहना करते हुए कहा कि यह एम्स दिल्ली के समकक्ष है। यह दौरा चिकित्सा अनुसंधान, रोगी देखभाल और समावेशी बुनियादी ढांचे के विकास को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नड्डा ने इस अवसर पर एम्स भुवनेश्वर में पूर्वी भारत के पहले सरकारी स्किन बैंक की स्थापना की घोषणा की। यह महत्वपूर्ण सुविधा मृत्यु के छह घंटे के भीतर दाताओं से त्वचा एकत्र करेगी और गंभीर रूप से जले हुए रोगियों के लिए जीवन रक्षक त्वचा प्रत्यारोपण प्रदान करेगी, जिससे मुंबई और बेंगलुरु के केंद्रों पर वर्तमान निर्भरता समाप्त हो जाएगी। नड्डा ने कहा कि इससे न केवल जीवित रहने के परिणामों में सुधार होगा, बल्कि ओडिशा और पड़ोसी राज्यों में रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अत्याधुनिक केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला का उद्घाटन किया, जिसे चिकित्सा नवाचार और अनुवाद संबंधी अनुसंधान के केंद्र के रूप में देखा गया है। कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. आशुतोष बिस्वास ने कहा कि यह सुविधा वैज्ञानिक खोज के लिए उत्प्रेरक होगी और अग्रणी उपचार और स्वास्थ्य सेवा समाधानों के द्वार खोलेगी। उन्होंने एम्स भुवनेश्वर को राष्ट्रीय और वैश्विक अनुसंधान मानचित्र पर स्थान दिलाने की प्रयोगशाला की क्षमता पर प्रकाश डाला। आगामी मल्टीयूटिलिटी और गैस्ट्रोनामी ब्लाक की आधारशिला रखते हुए नड्डा ने समग्र विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस ब्लाक में छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों और आम जनता के लिए आवश्यक सेवाएं होंगी, जिससे सुविधा, परिचालन दक्षता और जुड़ाव बढ़ेगा। संस्थान की डिजिटल परिवर्तन यात्रा के हिस्से के रूप में, नड्डा ने रोगी-केंद्रित सेवाओं, एकीकृत कार्यक्षमताओं और ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत के जीवंत प्रदर्शन की विशेषता वाली एम्स भुवनेश्वर की नई वेबसाइट लांच की।
पोर्टल को रोगियों और आगंतुकों दोनों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने ईएचएस क्लीनिक और अमृत फार्मेसी का भी उद्घाटन किया, जिससे जनता को सस्ती दवाओं और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता में और वृद्धि हुई। अपने व्यापक दौरे के दौरान, नड्डा ने अत्याधुनिक बर्न सेंटर, ओपीडी फोयर में स्वच्छता प्रदर्शनी, एकीकृत स्वास्थ्य और कल्याण क्लीनिक, रुमेटोलाजी और जेरियाट्रिक क्लीनिक, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) का दौरा किया और स्मृति उपवन में एक पौधा भी लगाया, जो एक हरियाली और स्वस्थ कल के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। नड्डा ने एक उत्साहजनक इशारे में मेडिकल छात्रों, सफाई कर्मचारियों और कर्मचारियों के साथ सीधे बातचीत की और प्रोत्साहन और प्रशंसा के शब्द साझा किए।
उनकी उपस्थिति ने पूरे एम्स भुवनेश्वर बिरादरी के लिए एक नैतिक बढ़ावा और प्रेरणा के रूप में काम किया। नड्डा के साथ एम्स भुवनेश्वर के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। जिनमें एम्स भुवनेश्वर के अध्यक्ष प्रो. डॉ. शैलेश कुमार, कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ.आशुतोष विश्वास, डीन (अकादमिक) प्रो. डॉ. प्रशांत राघब महापात्रा, डीन (परीक्षा) प्रो. डॉ. सौभाग्य कुमार जेना, डीन (शोध) प्रो. डॉ. सत्यईत मिश्रा, डीडीए लेफ्टिनेंट कर्नल अभिजीत सरकार, चिकित्सा अधीक्षक डा. दिलीप कुमार परिड़ा, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रश्मि रंजन सेठी शामिल थे। प्रो. डॉ. आशुतोष विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री के नेतृत्व में एम्स भुवनेश्वर उत्कृष्टता के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उनका अटूट समर्थन और प्रेरणादायक उपस्थिति हमें स्वास्थ्य सेवा वितरण, नवाचार और रोगी देखभाल में नए मानक स्थापित करने के लिए सशक्त बनाती है।