टोरंटो (राघव): कनाडा में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख जगमीत सिंह को आम चुनाव में करारी हार मिली है। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जगमीत सिंह अपनी तीसरी जीत की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन ब्रिटिश कोलंबिया में बर्नबी सेंट्रल सीट से हार गए। उनकी टक्कर में लिबरल उम्मीदवार वेड चांग थे। सिंह को जहां करीब 27 प्रतिशत वोट मिले, वहीं चांग को 40 प्रतिशत से अधिक वोट मिले।
जगमीत सिंह की पार्टी में बड़ी गिरावट देखी गई और वह अपना राष्ट्रीय दर्जा खोने जा रही है, जिसके लिए पार्टियों को कम से कम 12 सीटें हासिल करनी होती हैं। इसमें एनडीपी को सफलता नहीं मिल पाई। एनडीपी को केवल 7 सीटों पर जीत मिली है। रुझानों में लिबरल पार्टी 165 सीटों पर आगे है जबकि खालिस्तानी नेता जगमीत सिंह चुनाव हार गए हैं। इसके बाद जगमीत सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट भी लिखा, “जगमीत सिंह ने लिखा, ‘मैं जानता हूं कि यह रात न्यू डेमोक्रेट्स के लिए निराशाजनक है। लेकिन हम तभी हारते हैं जब हम उन लोगों पर विश्वास करते हैं जो हमें बताते हैं कि हम कभी भी बेहतर कनाडा का सपना नहीं देख सकते हैं। 46 साल के सिंह ने कहा कि वह ‘निराश’ हैं कि एनडीपी अधिक सीटें नहीं जीत सकी।” उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं अपने आंदोलन से निराश नहीं हूं, मुझे अपनी पार्टी के लिए थोड़ी उम्मीद हैं।’
सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जगमीत सिंह भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक है। उनका जन्म पंजाब के बरनाला जिले के ठीकरिवाल गांव में हुआ था। उनका परिवार 1970 के दशक में कनाडा जाकर शिफ्ट हो गया। जगमीत सिंह भारत खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। चाहे 1984 के सिख विरोधी दंगा हो या नागरिकता कानून। उन्होंने कनाडा में भी खालिस्तानियों का मनोबल बढ़ाया। राजनीति में आने से पहले जगमीत वकालत करते थे।