नई दिल्ली: भारत और ओमान ने मस्कट में आयोजित एक उच्च-स्तरीय वार्ता में अपने सामरिक संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और गाजा तथा लाल सागर में सुरक्षा स्थिति सहित क्षेत्रीय विकासों की समीक्षा की।
व्यापारिक संधि की प्रगति
नौवें भारत-ओमान सामरिक वार्ता में, दोनों पक्षों ने देखा कि एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए चर्चाएं आगे बढ़ रही हैं और इसके शीघ्र अंतिम रूप देने से दोनों राष्ट्रों को लाभ होगा।
भारत की ओर से उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिस्री ने सोमवार को वार्ता में प्रतिनिधित्व किया, जानकार लोगों ने बताया।
क्षेत्रीय विकासों पर नज़र
इस वार्ता में, दोनों देशों ने लाल सागर और गाजा में सुरक्षा स्थिति सहित क्षेत्रीय विकासों पर विस्तार से चर्चा की। इससे दोनों देशों के बीच सामरिक समझ और भागीदारी को मजबूती मिली।
विकास के इस नए दौर में, भारत और ओमान ने अपने आर्थिक संबंधों को और अधिक गहराई देने की दिशा में कदम बढ़ाया है। दोनों देश एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते के माध्यम से व्यापार और निवेश के नए अवसरों की तलाश में हैं।
इस समझौते के जल्द से जल्द अंतिम रूप लेने की आशा की जा रही है, जिससे दोनों देशों की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
भारत और ओमान के बीच यह सामरिक वार्ता दोनों देशों के बीच लंबे समय से स्थापित संबंधों को और भी मजबूत करती है। इससे न केवल आर्थिक बल्कि सामरिक संबंधों में भी गहराई आएगी।
अंततः, भारत और ओमान के बीच यह साझेदारी न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए स्थिरता और समृद्धि का संकेत है।