बीकानेर में एक चौंकाने वाली घटना में, एक कैंटीन संचालक को राजस्थान पुलिस और सेना की इंटेलिजेंस शाखा ने हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार किया है। इस व्यक्ति पर आरोप है कि उसने सामरिक महत्व की गुप्त सूचनाएँ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भेजीं।
कैसे फंसा हुस्न के जाल में
जांच में पता चला है कि विक्रम सिंह नामक यह व्यक्ति पिछले एक साल से महाजन फायरिंग रेंज के ईस्ट कैंप में कैंटीन चला रहा था। उसे पाकिस्तानी एजेंट अनीता ने हनीट्रैप में फंसाकर गुप्त सूचनाएँ हासिल कीं।
इस मामले में अब तक की गई जांच दर्शाती है कि विक्रम सिंह किसी प्रकार के वित्तीय लाभ के लिए जानकारी साझा कर रहा था या नहीं, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। जांच एजेंसियां अब उसके बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही हैं।
आरोपी को गहन पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया गया है, जहाँ उससे इस पूरे नेटवर्क और उसकी गतिविधियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। इस मामले की जांच अब दूसरे एंगल से भी की जा रही है, ताकि इस नेटवर्क की और भी गहराई में जाया जा सके।
इस घटना ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस प्रकार से सामरिक महत्व की जानकारियां व्यक्तिगत लाभ के लिए दुश्मन देशों तक पहुँचाई जा सकती हैं। इस मामले में और भी खुलासे की संभावना है, जिससे इस तरह की गतिविधियों पर नकेल कसी जा सके।