मणिपुर में अद्भुत वीरता और त्वरित कार्रवाई का एक उदाहरण प्रस्तुत किया गया, जब एडिशनल एसपी (ASP) अमित मायेंगबाम को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया गया। मंगलवार की शाम इंफाल ईस्ट के उनके आवास पर मैतेई संगठन अरामबाई तेंगगोल के 200 सदस्यों द्वारा उनका अपहरण किया गया था।
मणिपुर में तनावपूर्ण स्थिति
इस घटना के खिलाफ मणिपुर पुलिस कमांडोज ने बुधवार को अपने हथियार नीचे रख दिए, जिससे एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन का संकेत मिला। इस बीच, अमित की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इंफाल ईस्ट में एक बार फिर से तनाव का माहौल है, जिसे नियंत्रित करने के लिए सेना और असम राइफल्स की टुकड़ियों को बुलाया गया है।
मंगलवार की शाम घटित इस घटना के पीछे का कारण वाहन चोरी के आरोप में मैतेई संगठन के 6 सदस्यों की गिरफ्तारी थी। इस अपहरण की घटना ने संगठन और पुलिस के बीच तनाव को और भी बढ़ा दिया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने जनता को आश्वासन दिया कि राज्य में शांति पहल शुरू की गई है और सभी क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा, “जनता को घबराने की जरूरत नहीं है।”
इस घटना ने न केवल सुरक्षा बलों के साहस और समर्पण को दर्शाया है, बल्कि यह भी बताया है कि कैसे एकजुट होकर विपरीत परिस्थितियों का सामना किया जा सकता है। अपहरण की इस घटना और उसके बाद की कार्रवाइयों ने मणिपुर के लोगों में एक नई आशा और संकल्प की भावना जगाई है।