गुजरात के पोरबंदर में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। अरब सागर के मध्य में भारतीय जल सीमा के भीतर, गुजरात एटीएस, नौसेना और केंद्रीय एजेंसियों के संयुक्त ऑपरेशन में 3300 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किए गए हैं। इस भारी मात्रा में जब्त ड्रग्स की कीमत 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है।
ऑपरेशन की गहराई
मंगलवार को हुए इस ऑपरेशन के दौरान, 5 विदेशी तस्करों को भी हिरासत में लिया गया, जिनका संबंध ईरान और पाकिस्तान से होने का संदेह है। यह जब्ती गिर सोमनाथ पुलिस द्वारा वेरावल शहर के घाट पर पाई गई 350 करोड़ रुपए की नशीली दवाओं की खोज के बाद की गई थी।
दिल्ली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), गुजरात ATS सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियां, इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं। इस ऑपरेशन को समुद्री सीमा में मादक पदार्थों की सबसे बड़ी जब्ती माना जा रहा है।
ईरानी नाव पर सवार तस्कर
विदेशी पैडलर्स जो ईरानी नाव पर सवार थे, उन्हें मंगलवार देर रात पोरबंदर समुद्र तट पर लाया गया था। इस मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की संभावना जताई है, जिसमें इस ऑपरेशन के विस्तार से विवरण प्रदान किए जाएंगे।
पांच दिन पहले वेरावल बंदरगाह से बरामद की गई 350 करोड़ रुपए की हेरोइन के बाद, यह ऑपरेशन इस क्षेत्र में नशीले पदार्थों के खिलाफ जारी लड़ाई का हिस्सा है। इस ऑपरेशन में गिरफ्तार किए गए 9 लोगों के साथ, यह स्पष्ट हो गया है कि अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के अवैध कारोबार को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
फिलहाल, गिर सोमनाथ SOG, LCB, FSL, और मरीन पुलिस सहित विभिन्न एजेंसियां इस मामले की गहन जांच में जुटी हुई हैं। इस जब्ती ने न केवल अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को उजागर किया है बल्कि यह भी संकेत दिया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सजग और सक्षम हैं।