इंदौर से आई एक मर्मस्पर्शी खबर में, Paytm के एक फील्ड मैनेजर गौरव गुप्ता की आत्महत्या के चार दिन बाद उनकी पत्नी मोहिनी गुप्ता ने भी जीवन के ताने-बाने से हार मानते हुए ग्वालियर में अपने ससुराल में जहर खा लिया। सौभाग्यवश, समय रहते चिकित्सा सहायता मिलने के कारण उनकी जान बच गई।
Paytm फील्ड मैनेजर के परिवार पर आयी विपदा
मोहिनी के अनुसार, उनके पति की मृत्यु ने उन्हें गहरे आघात में डाल दिया है। वह कहती हैं कि उनके जीवन की रोशनी बुझ गई है और दो मासूम बेटियों की देखभाल की चिंता उन्हें निरंतर सता रही है। अब उनके सामने बड़ा सवाल है कि वे अपनी बेटियों का पालन-पोषण कैसे करेंगी?
मीडिया से बातचीत में मोहिनी ने बताया कि उनके पति की मौत ने उन्हें भीतर से तोड़ दिया है। उनका कहना है कि अब जीवन में आगे बढ़ना किसी चुनौती से कम नहीं है। उनके पति ही परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे, और अब उनकी मृत्यु के बाद, मोहिनी के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
इस दुखद घटनाक्रम के मद्देनजर, मोहिनी ने Paytm के अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे उन्हें नौकरी प्रदान करें ताकि वह अपनी बेटियों का पालन-पोषण कर सकें। उनका मानना है कि अगर कंपनी उनकी मदद करती है, तो उन्हें अपनी बेटियों को पालने में बड़ा सहारा मिलेगा।
इस घटना ने न केवल एक परिवार को बिखेर दिया है बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे व्यक्तिगत त्रासदियों का प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है। मोहिनी की दृढ़ता और उनकी बेटियों के प्रति उनका प्यार इस कठिन समय में उनकी शक्ति का स्रोत बना हुआ है। उनकी कहानी ने समाज को एकजुट होकर ऐसे परिवारों का समर्थन करने की याद दिलाई है।