गुरुग्राम के एक प्रतिष्ठित रेस्तरां में घटित एक असामान्य और खतरनाक घटना ने नागरिकों और प्रशासन को हैरानी में डाल दिया है। माउथ फ्रेशनर के नाम पर ड्राई आइस का सेवन करने से पांच लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें से एक महिला की स्थिति विशेष रूप से गंभीर है।
अस्वीकार्य लापरवाही
रेस्तरां में यह घटना तब हुई जब एक महिला वेटर ने गलती से माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस दे दिया। पीड़ितों में से एक महिला को तो इसके कारण मुंह में जलन की शिकायत हुई है और डॉक्टरों ने उसे कुछ दिनों तक सिर्फ कोल्ड लिक्विड डाइट पर रहने की सलाह दी है।
रेस्तरां के प्रबंधक, गगनदीप सिंह को पुलिस ने आईपीसी की धारा 328 (जहर देना) और 120B (आपराधिक गतिविधि) के तहत गिरफ्तार किया है, जबकि ड्राई आइस देने वाली महिला वेटर अभी भी फरार है।
चिकित्सा और कानूनी कदम
डॉक्टरों का कहना है कि ड्राई आइस का सेवन अत्यंत खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह -78.5 डिग्री सेल्सियस पर ठोस कार्बन डाइऑक्साइड होता है, जो सीधे मुंह या पाचन तंत्र में गंभीर जलन और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। पीड़ितों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई और उनमें से अधिकांश को चिकित्सा जांच के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और फरार महिला वेटर की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना ने रेस्तरां और होटल उद्योग में सुरक्षा मानदंडों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने न केवल पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए चिंता का विषय उत्पन्न किया है, बल्कि यह भी साबित करता है कि कैसे लापरवाही और अज्ञानता की कीमत कभी-कभी बहुत भारी पड़ सकती है। अब समाज और संबंधित प्राधिकरणों के लिए यह आवश्यक है कि वे ऐसे मानकों को सख्ती से लागू करें जो भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोक सकें।