चंडीगढ़: रविवार को, आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने हिन्दू महाकाव्य महाभारत का आह्वान किया और लोगों से कहा कि उनकी पार्टी ‘धर्म’ के साथ है। उन्होंने लोगों से यह तय करने के लिए कहा कि वे ‘धर्म’ के साथ हैं या ‘अधर्म’ के। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लोगों से आगामी लोकसभा चुनावों में वोट देने की अपील की, जिससे कि एक सांसद चुना जा सके, न कि प्रधानमंत्री को, यह कहते हुए कि सांसद “कठिन समय में आपके लिए काम करेगा”।
कृष्ण की भूमि पर केजरीवाल का संदेश
हरियाणा के कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने लोगों से आप प्रत्याशी सुशील गुप्ता के लिए वोट देने का आग्रह किया। केजरीवाल ने कहा, “लॉर्ड कृष्णा हमारे साथ हैं,” और लोगों से आग्रह किया कि वे ‘फंस’ कर प्रधानमंत्री को चुनने की गलती न करें। इस बात को लेकर उन्होंने जोर दिया कि चुनाव में धर्म के साथ खड़ा होना महत्वपूर्ण है।
केजरीवाल का यह बयान महाभारत की भूमि पर दिया गया एक संदेश है, जिसमें उन्होंने आध्यात्मिकता और राजनीतिक दृष्टिकोण को जोड़ा। उन्होंने लोगों से सामाजिक और राजनीतिक ‘धर्म’ के प्रति सचेत रहने की अपील की।
उनका यह कथन न केवल एक राजनीतिक संदेश है, बल्कि एक आध्यात्मिक जागृति का भी प्रतीक है। उन्होंने लोगों से विवेकपूर्ण चुनाव करने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि सही सांसद का चुनाव करना उनके और उनके समाज के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
केजरीवाल ने इस अवसर पर लोगों से उनकी पार्टी के प्रति विश्वास रखने की अपील की, यह बताते हुए कि ‘धर्म’ और न्याय के पथ पर चलकर ही सच्ची विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी न केवल राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, बल्कि एक नैतिक लड़ाई भी लड़ रही है।
केजरीवाल का यह भाषण न केवल एक राजनीतिक घोषणा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे आधुनिक राजनीति में प्राचीन धार्मिक कथाओं और शिक्षाओं का महत्व है। इस प्रकार, उन्होंने एक ऐसा मार्ग प्रशस्त किया जो न केवल राजनीतिक, बल्कि आध्यात्मिक उत्थान की ओर भी इशारा करता है।