चंडीगढ़ में एक नवीन परिवर्तन की हवा बह रही है। पंजाब सरकार ने गुरुवार को राज लाली गिल को राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा के रूप में नियुक्त किया। यह घोषणा एक नई दिशा और आशा का संकेत है।
पंजाब में नवीन नियुक्ति
सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, “पंजाब राज्य महिला आयोग अधिनियम, 2001 की धारा-3 के उप-धारा (2) और (b) के तहत प्रदान की गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पंजाब के गवर्नर राज लाली गिल को पंजाब राज्य महिला आयोग, चंडीगढ़ की अध्यक्षा के रूप में नियुक्त करने के लिए प्रसन्न हैं।” इस नियुक्ति को लेकर सरकार और जनता में व्यापक उत्साह है।
एक नई शुरुआत
राज लाली गिल की नियुक्ति न केवल राज्य महिला आयोग के लिए, बल्कि पंजाब की महिलाओं के लिए एक नए युग की शुरुआत है। उनका विशाल अनुभव और समर्पण उन्हें इस पद के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाता है।
प्रतिबद्धता और आशा
गिल की नियुक्ति से उम्मीद है कि राज्य में महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा। उनका ध्यान महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा पर केंद्रित रहेगा।
भविष्य की दिशा
राज लाली गिल के नेतृत्व में, पंजाब महिला आयोग को नए क्षितिजों की ओर ले जाने की उम्मीद है। उनके पास जो दृष्टिकोण और क्षमता है, वह राज्य की महिलाओं के लिए एक मजबूत और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित कर सकती है।
एक समावेशी दृष्टिकोण
गिल का मानना है कि महिलाओं की समस्याओं को समझने और सुलझाने के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है। उनकी योजनाओं में समाज के हर वर्ग की महिलाओं को सशक्त बनाना शामिल है।
आगे की राह
राज लाली गिल की नियुक्ति एक ऐतिहासिक कदम है, जो पंजाब में महिलाओं के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलता है। उनकी नेतृत्व क्षमता और दृष्टिकोण से राज्य में महिला सशक्तिकरण की एक नई लहर की उम्मीद है।