रांची: कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को रांची में आईसीएआर-राष्ट्रीय द्वितीयक कृषि संस्थान (एनआईएसए) में पूर्वी भारत की पहली क्षेत्रीय मधु परीक्षण प्रयोगशाला की आधारशिला रखी। यह प्रयोगशाला मधु और अन्य मधुमक्खी पालन उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए समर्पित होगी, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और मधु मिशन योजना के तहत उनकी गुणवत्ता की पुष्टि करना है।
मधु परीक्षण की आधुनिक सुविधा
इस प्रयोगशाला में मधुमक्खी पालन विकास और बांस की खेती केंद्र भी शामिल होंगे। यह एक ऐसा कदम है जो क्षेत्र में मधुमक्खी पालन और बांस की खेती को बढ़ावा देने में मदद करेगा। प्रयोगशाला में विभिन्न प्रकार के मधु और मधुमक्खी पालन उत्पादों की गुणवत्ता जांच की जाएगी। इससे किसानों और मधुमक्खी पालकों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
मधुमक्खी पालन और मधु की गुणवत्ता पर जोर देते हुए, यह प्रयोगशाला क्षेत्र में मधुमक्खी पालन के विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगी। यह किसानों और मधुमक्खी पालकों को उनके उत्पादों की बाजार में पहुंच बढ़ाने में सहायता करेगा।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और मधु मिशन योजना के अंतर्गत, इस प्रयोगशाला का उद्देश्य क्षेत्र में मधुमक्खी पालन और मधु की गुणवत्ता को बढ़ावा देना है। यह पहल किसानों और मधुमक्खी पालकों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
इस प्रयोगशाला की स्थापना से, पूर्वी भारत के किसानों और मधुमक्खी पालकों को अपने उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने का एक स्थानीय साधन मिलेगा। इससे उन्हें अपने उत्पादों को बाजार में बेहतर ढंग से पेश करने में मदद मिलेगी।