भारतीय लोकतंत्र की महानतम परीक्षा, लोक सभा चुनाव 2024, की तैयारियां अपने चरम पर हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त, राजीव कुमार के नेतृत्व में एक भव्य प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन विज्ञान भवन में किया गया, जहां उन्होंने देश के नागरिकों के समक्ष चुनावी प्रक्रिया के विस्तृत ब्यौरे का खुलासा किया।
चुनावी तैयारी पूरी
राजीव कुमार ने उद्घाटन करते हुए कहा कि चुनाव आयोग और इसकी पूरी टीम चुनाव को सफल बनाने के लिए कमर कस चुकी है। उन्होंने बताया कि देशभर में 97 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनके लिए 10.5 लाख मतदान केंद्रों पर 55 लाख EVM मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों पर समान सुविधाओं का आश्वासन दिया है। चाहे वह हिमालय की ऊँचाइयों से हो या फिर समुद्र तटों, रेगिस्तान अथवा वर्षायुक्त पूर्वोत्तर के क्षेत्र, हर जगह मतदान केंद्र एक जैसी सुविधा से लैस होंगे।
विशेष मतदाता सुविधाएँ
आयोग ने 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं और दिव्यांगजनों के लिए घर-घर जाकर फॉर्म भिजवाने की योजना की घोषणा की, ताकि वे भी आसानी से मतदान कर सकें। मतदान केंद्रों पर आयोग के वॉलंटियर उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
पर्यावरण के प्रति सचेत चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर कचरा-मुक्त और कम कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य की घोषणा की। आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए, मतदाताओं को KYC, वोटर हेल्पलाइन, और सी विजिल एप के माध्यम से उनके वोटर कार्ड, मतदान केंद्रों और उम्मीदवारों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी।
इस बार चुनाव ड्यूटी में कॉन्ट्रेक्ट स्टाफ या वॉलंटियर्स को शामिल न करके, चुनाव आयोग ने सुनिश्चित किया है कि प्रक्रिया को अधिक पेशेवर और पारदर्शी बनाया जा सके। इस प्रकार, लोक सभा चुनाव 2024, भारतीय लोकतंत्र की नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।