रामपुर में नई सुबह का आगाज हुआ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहाँ के विकास की नई कहानी को साझा किया। बिना नाम लिए, उन्होंने आजम खान पर निशाना साधा और बताया कि कैसे रामपुर की पहचान अब बदल रही है।
विकास की नई दिशा
रामपुर का नाम सुनते ही पहले जेब कतरों की याद आती थी, लेकिन अब यहाँ की चाकू उद्योग की पहचान सुरक्षा और संरक्षण के रूप में स्थापित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामपुर अब नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास
योगी आदित्यनाथ ने 610 करोड़ की लागत से चल रही 84 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, पीएम स्वनिधि योजना के तहत गरीबों के पुनर्वास की दिशा में बड़े कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रामपुर नई सामाजिक और आर्थिक पहचान बना रहा है।
सुरक्षा और संरक्षण का नया अध्याय
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि रामपुरी चाकू, जिसे पहले अपराध का प्रतीक माना जाता था, अब सुरक्षा का प्रतीक बन गया है। उनका मानना है कि यह परिवर्तन रामपुर की नई कहानी को बयां करता है।
विकास और प्रगति की नई कहानियां
रामपुर के विकास की यात्रा में पीएम स्वनिधि गलियारा एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह योजना न केवल शहर के बाहरी स्वरूप को बदल रही है, बल्कि यहाँ के निवासियों के जीवन में भी बड़े परिवर्तन ला रही है। मुख्यमंत्री ने इस बदलाव को रामपुर के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
निष्कर्ष
रामपुर अब एक नई और उज्ज्वल पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दौरे ने न केवल विकास की नई परियोजनाओं की शुरुआत की है, बल्कि रामपुर के चाकू को एक नई सामाजिक और आर्थिक पहचान भी प्रदान की है। यह दौरा रामपुर के लिए नई आशा और उम्मीदों का प्रतीक है।