राजस्थान के जयपुर में, सोमवार की सुबह एक भयावह सड़क हादसे ने चार आत्माओं को असमय ही इस दुनिया से छीन लिया। दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर एक ट्रेलर से टकराकर, श्रद्धालुओं से भरी एक कार के परखच्चे उड़ गए। इस दुर्घटना में तीन महिलाओं समेत चार व्यक्तियों की मौत हो गई, वहीं तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक भीषण सुबह
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा उस समय हुआ जब ये लोग बुटाटी धाम से दर्शन कर अपने घर वापस लौट रहे थे। इको कार, जो कि श्रद्धालुओं से भरी थी, अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े एक ट्रेलर में जा घुसी। इस घटना ने सेवड़ माता मंदिर के पास का शांत वातावरण एक पल में ही त्रासदी में बदल दिया।
दुर्घटना स्थल पर पहुँची चंदवाजी थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घायलों को निकटतम अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, मृतकों के शवों को निम्स अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया।
खोये गए जीवन
इस घटना में जिन चार व्यक्तियों की मौत हुई, उनमें शाहपुरा के खातेड़ी मोहल्ला निवासी पवन बुनकर, संजना देवी, सुनील बुनकर, और नीम का थाना निवासी बीरबल, मोनिका और कपूरी देवी शामिल थे। यह सभी बुटाटी धाम से दर्शन कर अपने घर लौट रहे थे।
यह दुर्घटना न केवल उनके परिवारों के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक गहरा आघात है। एक पल में ही कई जिंदगियाँ उजड़ गईं, और कई सपने टूट गए।
इस तरह की दुर्घटनाएं एक बार फिर हमें यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करने और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की याद दिलाती हैं। जीवन अनमोल है, और इसे सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है।