नई दिल्ली: फिल्म उद्योग में दोस्ती पर आधारित कहानियां हमेशा से दर्शकों के बीच गहरी छाप छोड़ती आई हैं, और ऐसी ही कहानियां निर्माण संस्था एक्सेल मनोरंजन के पास भी आती रही हैं, इस संस्थान के सह-संस्थापक रितेश सिधवानी का कहना है।
उन्होंने फिल्म निर्माता-मित्र फरहान अख्तर के साथ 1999 में इस बैनर की स्थापना की, और उनका पहला निर्माण “दिल चाहता है” (2001) आधुनिक युग में दोस्ती की सबसे अच्छी प्रस्तुतियों में से एक माना जाता है।
दोस्ती की गाथा
पिछले 25 वर्षों में, एक्सेल मनोरंजन ने एक गुणवत्ता सामग्री स्टूडियो के रूप में अपनी ताकत से ताकत को बढ़ाया है, साथ ही “मिर्जापुर” और “मेड इन हेवन” के माध्यम से स्ट्रीमर्स के माध्यम से अपने पदचिह्न का विस्तार किया है। लेकिन दोस्ती की कहानियां बैनर में एक स्थायी विषय रही हैं, चाहे वह “रॉक ऑन!!”, “फुकरे” फ्रैंचाइजी, “ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा”, या आगामी “मडगांव एक्सप्रेस” हो।
दोस्ती का संदेश
सिधवानी ने जोर देकर कहा कि दोस्ती पर आधारित फिल्में विभिन्न पृष्ठभूमियों और आयु समूहों के दर्शकों से जुड़ती हैं। यह उनके लिए सिर्फ फिल्में बनाने का मामला नहीं है, बल्कि ऐसी कहानियों क
माध्यम से जीवन के सच्चे अनुभवों और दोस्ती के महत्व को साझा करना है।
एक संगीतमय यात्रा
एक्सेल मनोरंजन ने अपने निर्माणों में दोस्ती की इस संवेदनशीलता को बखूबी पेश किया है। “दिल चाहता है”, “रॉक ऑन!!” और “ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा” जैसी फिल्में न केवल मित्रता के गहरे संबंधों को दर्शाती हैं, बल्कि व्यक्तिगत विकास और आत्म-खोज के महत्व को भी उजागर करती हैं।
डिजिटल युग में दोस्ती
सिधवानी और उनकी टीम ने डिजिटल प्लेटफार्मों पर भी अपनी पहुंच बढ़ाई है, जहां “मिर्जापुर” और “मेड इन हेवन” जैसी सीरीज़ ने अपनी गहराई और जटिल कहानियों के साथ दर्शकों का दिल जीता है। ये सीरीज़ भी दोस्ती के विविध रूपों और इसके प्रभाव को उजागर करती हैं, चाहे वह संघर्ष के समय में सहारा देना हो या जीवन के सबसे खुशनुमा पलों को साझा करना।
भविष्य की ओर
आगे देखते हुए, एक्सेल मनोरंजन अपने आगामी प्रोजेक्ट “मडगांव एक्सप्रेस” के साथ एक बार फिर दोस्ती की मिठास और इसके अनगिनत रूपों को पर्दे पर लाने का वादा करता है। सिधवानी का मानना है कि दोस्ती पर आधारित फिल्में और सीरीज़ समय की कसौटी पर खरी उतरती हैं, क्योंकि ये मानवीय संबंधों के सबसे शुद्ध रूप को दर्शाती हैं।
निष्कर्ष: दोस्ती का जश्न
सिधवानी की यह दृढ़ विश्वास है कि दोस्ती पर आधारित कहानियां न केवल भावनात्मक रूप से समृद्ध होती हैं, बल्कि वे समाज में व्याप्त विविधता और एकता के संदेश को भी प्रचारित करती हैं। एक्सेल मनोरंजन द्वारा निर्मित फिल्मों और वेब सीरीज़ में दिखाई गई दोस्ती की कहानियां, दर्शकों को अपने जीवन की मित्रता को फिर से परिभाषित करने और उनकी सराहना करने का अवसर प्रदान करती हैं।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
दर्शकों से मिलने वाली प्रतिक्रियाएं भी इस बात की पुष्टि करती हैं कि दोस्ती पर आधारित फिल्में और सीरीज़ उनके दिलों को छू लेती हैं और उन्हें अपने जीवन में अपने मित्रों के महत्व को पहचानने के लिए प्रेरित करती हैं। यह एक्सेल मनोरंजन के लिए न केवल एक सफलता की कहानी है, बल्कि यह उनकी कहानियों की प्रासंगिकता और गहराई का भी प्रमाण है।
दोस्ती की दास्तां: एक्सेल मनोरंजन का सफर
Leave a comment Leave a comment