लंदन (नेहा): ब्रह्मांड के रहस्यों में से एक, जिसे ‘फर्मी पैराडॉक्स’ के नाम से जाना जाता है, आज भी वैज्ञानिकों को चुनौती दे रहा है। एनरिको फर्मी द्वारा सन् 1950 के दशक में प्रस्तावित इस पहेली में ब्रह्मांड में जीवन की संभावना पर विचार किया गया है, लेकिन आज तक कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिला है।
बतादें कि धरती की उम्र लगभग 4.5 अरब वर्ष है, और जीवन की उत्पत्ति कम से कम 3.5 अरब वर्ष पहले हुई थी। फर्मी पैराडॉक्स के अनुसार, ब्रह्मांड के विशाल पैमाने पर, जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां अनेक बार उत्पन्न होनी चाहिए थीं। फिर भी, हमें किसी भी एलियन सभ्यता का कोई संपर्क संदेश नहीं मिला है। इसी विषय पर, नेटफ्लिक्स की सीरीज ‘3 बॉडी प्रॉब्लम’ की पहली कड़ी में, ये वेनजी नामक पात्र, एक रेडियो वेधशाला में काम करते हुए, एक एलियन सभ्यता से संदेश प्राप्त करती है। यह संदेश उसे सचेत करता है कि पृथ्वी पर प्रतिक्रिया न देने की स्थिति में ही सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
यह संदेश हमें एलियन सभ्यताओं के संभावित इरादों पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है। क्या वे शांतिपूर्ण हैं या फिर वे हमारे लिए एक खतरा प्रस्तुत करते हैं? फर्मी पैराडॉक्स और ‘3 बॉडी प्रॉब्लम’ जैसी कृतियाँ हमें इस बारे में सोचने के लिए मजबूर करती हैं। हमारी खोज अंतरिक्ष में जीवन के संकेतों के लिए जारी है, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि हमें सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ‘3 बॉडी प्रॉब्लम’ के ये वेनजी के अनुभव हमें यह सिखाते हैं कि अज्ञात से संपर्क में सतर्कता आवश्यक है।
निष्कर्ष यह है कि ब्रह्मांड वास्तव में एक अंधेरा जंगल हो सकता है, जहां छिपे हुए शत्रुतापूर्ण एलियंस की संभावना हो। फिर भी, मानवता की जिज्ञासा और खोज की भावना हमें इन अनुत्तरित प्रश्नों की ओर ले जाती है, उम्मीद के साथ कि एक दिन हम इन रहस्यों को सुलझा पाएंगे।