सियोल (अप्सरा): दक्षिण कोरिया में इस वर्ष वोटर्स को प्रेरित करने वाले मुद्दों में हरे प्याज और सेबों की बढ़ती कीमतें, डॉक्टरों की हड़ताल, और एक महिला उम्मीदवार के खिलाफ एक राजनेता की कथित लैंगिक टिप्पणी शामिल हैं।
बता दे कि इस साल, दक्षिण कोरियाई मतदाताओं की प्राथमिकताएँ बदल रही हैं। उनका ध्यान आर्थिक चुनौतियों और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित है, जिससे परंपरागत राजनीतिक एजेंडे पीछे छूट रहे हैं। वहीं अगले सप्ताह एक नई 300-सदस्यीय संसद के लिए मतदान करते समय, कई लोग अपनी जीविका और अन्य घरेलू विषयों को अपने सबसे महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दे के रूप में चुन रहे हैं, उत्तर कोरियाई परमाणु खतरों और अमेरिकी सुरक्षा प्रतिबद्धता जैसे परंपरागत रूप से लोकप्रिय एजेंडों से दूर रह रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया महंगाई की दर और आर्थिक अस्थिरता, विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में व्यापक हड़तालों ने भी आम जनता की चिंताओं को बढ़ाया है। साथ हा एक महिला उम्मीदवार के खिलाफ एक राजनेता की कथित लैंगिक टिप्पणी ने भी सामाजिक मुद्दों पर चर्चा को गहरा दिया है। ये घटनाएँ दिखाती हैं कि चुनावी मुद्दे केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी संबंधों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि दैनिक जीवन और समाज के बुनियादी पहलुओं को भी छूते हैं।