जम्मू (नेहा): कश्मीर घाटी, जहां कभी अशांति का माहौल हुआ करता था, वहाँ अब शांति की एक नई सुबह हुई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जिसके कश्मीर में जीतने की संभावनाएँ कम ही दिखाई देती थीं, अब विजयी होने के नजदीक पहुँच गई है।
लाल चौक, जो कभी विरोध प्रदर्शनों का केंद्र था, अब एक सामान्य चौराहे की तरह शांत है। इस बदलाव का एक बड़ा कारण अनुच्छेद 370 का निरस्त होना है, जो कभी कश्मीर की राजनीति में एक मुख्य मुद्दा हुआ करता था। जम्मू-कश्मीर के लोग अब करियर और अपने भविष्य की ओर देख रहे हैं। अनुच्छेद 370, जिसे कभी विवादों का केंद्र माना जाता था, अब कोई मुद्दा नहीं रहा।
“ब्राइटर कश्मीर” के संपादक महोदय फारूक वानी, जो लाल चौक पर स्थित अपने कार्यालय में बताया कि अब लोग अपने आर्थिक और सामाजिक विकास पर ध्यान दे रहे हैं। भाजपा के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि उनकी नीतियों और दिशानिर्देशों ने इस परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत विरोधी ब्लॉक के टूटने से भाजपा को इस क्षेत्र में अपनी जड़ें मजबूत करने का अवसर मिला है। जम्मू-कश्मीर में लोगों का ध्यान अब विकास और प्रगति पर है। यहाँ के नागरिक शिक्षा, रोजगार और बेहतर जीवन स्तर की ओर अग्रसर हैं।
इस प्रकार, कश्मीर में भाजपा की संभावित विजय न केवल राजनीतिक जीत है बल्कि यह कश्मीर के लोगों की उम्मीदों और सपनों की जीत है। अब कश्मीर के लोग अपने भविष्य को लेकर अधिक आशावादी हैं और एक नए युग की ओर देख रहे हैं, जहाँ शांति और प्रगति का वातावरण है।