मुंबई (नेहा): भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) के इस सीजन में नए सितारे उभर कर सामने आ रहे हैं, जिनमें से एक नाम शशांक सिंह का भी है। पंजाब किंग्स की टीम ने गुरुवार को 200 रन के भारी भरकम लक्ष्य का पीछा करते हुए इतिहास रचा, और इस जीत के हीरो शशांक सिंह बने। उनके नाबाद 61 रनों की पारी ने सबका दिल जीत लिया।
शशांक, जो कि छत्तीसगढ़ के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, के जीवन में क्रिकेट की शुरुआत काफी अनूठी रही है। उनके पिता, जो कि मध्य प्रदेश के भोपाल में एक IPS अधिकारी हैं, ने शशांक के क्रिकेटर बनने के सपने को साकार करने के लिए घर पर ही एक टर्फ पिच बनवा दी थी। शशांक ने एक खास बातचीत में बताया, “मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक सफल क्रिकेटर बनूं। वह बचपन से ही मुझे बॉलिंग करने की प्रैक्टिस कराते थे।” इस तरह से शशांक का क्रिकेट के प्रति जुनून और भी प्रज्वलित होता गया।
उनकी कड़ी मेहनत और पिता के सपनों को साकार करने की इच्छा ने उन्हें IPL जैसे बड़े मंच तक पहुंचाया। शशांक के लिए यह सिर्फ शुरुआत है, उनके आगे अभी लंबा सफर है।
भोपाल, मध्य प्रदेश से निकलकर IPL तक का सफर तय करने वाले शशांक की कहानी प्रेरणादायक है। उनके पिता का सपना और उनकी खुद की मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनका प्रदर्शन न सिर्फ उनकी टीम के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। आगे चलकर शशांक सिंह के प्रदर्शन पर सबकी नज़रें रहेंगी। उनके पास अपने पिता के सपने को और आगे बढ़ाने का मौका है, और क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम रोशन करने की क्षमता है। उनकी यह यात्रा युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल है, जो सपने देखने और उन्हें सच करने की उनकी अदम्य इच्छा को दर्शाती है।