भारत भूमि पर मौसम ने एक बार फिर अपने दो विरोधी स्वरूपों का प्रदर्शन किया है। एक ओर जहां 14 राज्य वर्षा की आशा में हैं, वहीं अन्य 8 राज्य लू के तीव्र प्रकोप से जूझ रहे हैं। आइए, इस द्वंद्व की गहराई में उतरते हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग ने आगाह किया है कि केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में वर्षा होने की संभावना है।
लू का प्रकोप
गुजरात, गोवा, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, और पुडुचेरी में लू की स्थिति चिंताजनक है। इन राज्यों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है।
आंध्र प्रदेश के नंदयाल में सर्वाधिक 44.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है, जो इस साल का सबसे अधिक तापमान है। अनंतपुर में भी तापमान लगभग इसी के आसपास रहा।
केरल और तेलंगाना दोनों ही राज्यों में वर्षा और लू की स्थिति एक साथ देखी जा रही है, जो इस द्वंद्व की गंभीरता को दर्शाता है।
मध्यप्रदेश में आने वाले 4 दिनों में ओले और वर्षा की संभावना जताई गई है। वहीं, बिहार में आज लू की स्थिति नहीं बनेगी और 16 शहरों में तापमान में गिरावट आई है।
इस वर्षा और लू के चक्रव्यूह में फंसे भारत के कई राज्यों की यह स्थिति न केवल मौसम की अनिश्चितता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि प्रकृति के सामने मानव कितना असहाय है। इन स्थितियों का सामना करने के लिए समुदायों और सरकारों को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।