नई दिल्ली: विश्व व्यापार संगठन (WTO) के अनुसार, इस साल वैश्विक व्यापार वृद्धि धीरे-धीरे सुधार की ओर अग्रसर है, बावजूद इसके कि 2023 में संकुचन का सामना करना पड़ा था। फिर भी, क्षेत्रीय संघर्षों, भू-राजनीतिक तनावों और आर्थिक नीति की अनिश्चितताओं जैसे कई जोखिम इसके पथ में बाधा बन सकते हैं।
वैश्विक व्यापार वृद्धि
WTO ने 2024 के लिए व्यापार वृद्धि की भविष्यवाणी को 2.6 प्रतिशत तक कम कर दिया है, जबकि पिछले वर्ष अक्टूबर में इसे 3.3 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया गया था। यह आँकड़े वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के बढ़ते माहौल को दर्शाते हैं।
भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक नीतियों में अस्थिरता ने व्यापार विकास के लिए एक चुनौतीपूर्ण वातावरण तैयार किया है। इसके अलावा, क्षेत्रीय संघर्षों का उदय वैश्विक व्यापार प्रवाहों को प्रभावित कर सकता है, जिससे विश्व अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
हालाँकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि वैश्विक व्यापार संस्थाएँ और सरकारें इन चुनौतियों के मुकाबले में सक्रिय रूप से कार्य करें। अंतरराष्ट्रीय सहयोग और वार्ता इन जोखिमों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
व्यापार नीतियों में स्थिरता और पारदर्शिता लाने से निवेशकों और व्यापारियों में विश्वास बढ़ सकता है, जिससे वैश्विक व्यापार के विकास में सहायता मिल सकती है। इस प्रकार, जोखिमों के बावजूद, विकास की संभावनाएँ अभी भी मौजूद हैं।
अंततः, वैश्विक व्यापार वृद्धि के लिए एक स्थायी और समावेशी पथ तलाशना महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय और सहयोग की आवश्यकता है, ताकि आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके और साथ ही साथ समाज के सभी वर्गों के लिए लाभ सुनिश्चित किया जा सके।