नई दिल्ली (नेहा): भारत के मुख्य न्यायाधीश, डीवाई चंद्रचूड़ ने रविवार को संविधान के निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर की जयंती पर पुष्प अर्पण किया। इस विशेष दिन पर, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्थापित अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष फूल चढ़ाए।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “यह दिन हम सभी के लिए बेहद खास है। डॉ. भीम राव अंबेडकर ने हमारे संविधान की रचना की और समाज में पूर्ण परिवर्तन लाए। उनका संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि जब उन्होंने भारतीय संविधान की रचना की थी।” चंद्रचूड़ ने यह भी बताया कि डॉ. अंबेडकर का योगदान सिर्फ संविधान तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने भारतीय समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया। उनकी सोच ने सामाजिक न्याय के नए आयाम स्थापित किए।
इस अवसर पर, सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न न्यायाधीशों ने भी डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि दी। यह परंपरा हर वर्ष अंबेडकर जयंती के दिन निभाई जाती है, जो उनके योगदान को याद करने का एक तरीका है। अंबेडकर की जयंती के मौके पर, विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें उनके द्वारा दिए गए सामाजिक न्याय के संदेशों को पुनः स्मरण किया गया।